
प्रोत्साहन मिले तो सरकारी स्कूल के गरीब बच्चे नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते है
12 जुलाई 2025, विवेकानंद शिशु मंदिर स्कूल, गाजियाबाद- आज यहाँ 8 सरकारी स्कूलों की फुटबाल टीम्स के मध्य मैच आयोजित किए गए ।
दरअसल हुआ यूं की आई आई टी दिल्ली से पास आउट होने के बाद श्री ईशान त्यागी बोस्टन कंसल्टेंसी कंपनी, अमेरिका में 4 लाख की नौकरी करने लगे । कुछ वर्ष बाद ही अहसास हुआ की वो दूसरे देश की मदद कर रहे हैं ।नौकरी छोड़ दी । वापस आकर देश में सरकारी स्कूलों की दशा देख कर,संकल्प लिया की वो ग्राउंड स्तर पर गरीब बच्चों में खेलो को बढावा देंगे ।
गाजियाबाद के सरकारी स्कूलो से जब बात की गई तो उनमें से अधिकतर सरकारी स्कूलो के प्राचार्यों ने यह कह कर मना कर दिया की हमारे यहाँ फुटबाल खेलने वाले छात्र नहीं है या हमारे यहाँ फुटबाल फील्ड नहीं है या हमारे पास अपने छात्रो को फुटबाल किट के जूते, मौजे, जर्सी, फुटबाल आदि देने के पैसे नहीं है या हमारे पास अपने बच्चो को महामाया स्टेडियम में भेजने की वाहन व्यवस्था नहीं है।
उपरोक्त परेशानियों का सामना करते हुये श्री ईशान त्यागी ने पहले तो बेसिक शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया की वो प्रथम चरण में 8 स्कूलो को फुटबाल टीम गठित करने में हमारा सहयोग करें। तदउपरांत , स्कूलो मे फुटबाल टीम के लिए बच्चे छाँटे गए, उनकी एक वर्ष तक प्रेक्टिस कराई गई ,उनको जूते , मौजे , जर्सी आदि उपलब्ध कराई गई | उनके आने जाने की व्यवस्था की गई और अंततोगत्वा 8 सरकारी स्कूलो की एक फुटबाल लीग ने आज 12 जुलाई को विवेकानंद शिशु मंदिर स्कूल मे बाकायदा फुटबाल मैचों मे हिस्सा लिया |
इन फुटबॉल मैचों का फाइनल 26 जुलाई को महामाया स्टेडियम मे होगा ।
बिना खेले बच्चों में टीम्स स्प्रिट , प्रबंधन क्षमता और नेत्रत्व कैसे पैदा होगा ?
यह कार्यक्रम अब गाजियायबाद के सभी सरकारी स्कूलो मे लागू होना चाहिए और तदउपरांत पूरे देश मे | राष्ट्रीय एकीकरण और चरित्र निर्माण के लिए फुटबाल लीग का गठन एक बेहतरीन माध्यम है |
यह एक छोटी सी पहल है परन्तु इसमें विराट रूप लेने की क्षमता है । आवश्यकता और निवेदन है की इसे जन जन तक पहुंचाया जाए ।
कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी