

।।प्रेस विज्ञप्ति।।
एन.एच. -24 स्थित अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज के कैंपस में 26 सितम्बर 2025
ईसीई विभाग, ए.के.जी.ई.सी., गाज़ियाबाद में दो दिवसीय द्विभाषी वीएलएसआई कार्यशाला का उद्घाटन
अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज (AKGEC), गाज़ियाबाद के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग विभाग द्वारा “फ्रंट-एंड टू बैक-एंड: इनोवेशन एंड प्रैक्टिस इन वीएलएसआई डिज़ाइन” विषय पर एक दो दिवसीय द्विभाषी कार्यशाला का सफलतापूर्वक उद्घाटन किया गया। यह कार्यशाला AICTE-VAANI पहल के अंतर्गत 26-27 सितम्बर 2025 को आयोजित की जा रही है।
मुख्यतः हिंदी में आयोजित इस कार्यशाला ने वीएलएसआई डिज़ाइन और सेमीकंडक्टर तकनीकों की अहम भूमिका को रेखांकित किया, जो नवाचार को प्रोत्साहित करने और भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में योगदान देती हैं। उद्घाटन सत्र 26 सितम्बर को आयोजित हुआ, जिसमें विशिष्ट अतिथि प्रो. (डा.) अमिता देव (सलाहकार, ए.के.जी.ई.सी.) ने शिरकत की। कार्यक्रम का स्वागत भाषण प्रो. (डा.) नीलश कुमार गुप्ता, विभागाध्यक्ष (ईसीई विभाग) एवं कार्यशाला के संयोजक ने दिया।
इस अवसर पर कई विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए, जिनमें श्री प्रीत यादव (एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स), डा. अंबिका प्रसाद (आईआईटी जम्मू), और प्रो. नीता पांडे (दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय) शामिल थे। इन विशेषज्ञों ने बदलते हुए सेमीकंडक्टर परिदृश्य, वर्तमान शोध चुनौतियों और उद्योग-अकादमिक सहयोग पर अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए। उनके व्याख्यान ने युवा इंजीनियरों को सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटने में मार्गदर्शन दिया।
कार्यशाला में फैकल्टी सदस्यों, शोध विद्वानों और स्नातकोत्तर विद्यार्थियों की उत्साही भागीदारी रही। इसने ज्ञान साझा करने, कौशल विकास और सहयोगात्मक अधिगम के लिए एक सशक्त मंच प्रदान किया। कार्यशाला का सह-संयोजन प्रो. हिमानी गर्ग द्वारा किया गया।